पत्रकार गौरी लंकेस के हत्याकांड का आरोपी धनबाद से गिरफ्तार
पहचान छुपाकर पेट्रॉल पंप के कर्मचारी के रूप में कर रहा था काम
धनबाद। पत्रकार गौरी लंकेस हत्याकांड के आरोपी राजेश ने पहचान छिपाकर कतरास स्थित खेमका पेट्रोल पंप में कर्मचारी के रूप में काम कर रह रहे थे। बेंगलुरु पुलिस ने ऋषिकेश उर्फ राजेश की गिरफ्तारी मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर की। धनबाद के एसएसपी किशोर कौशल ने पत्रकारो से बातचीत करते हुए कहा कि कर्नाटक की एसआईटी टीम कल यानि गुरुवार को धनबाद पहुंची और धनबाद पुलिस से मामले में सहयोग मांगा। इसके बाद टीम ने कतरास पुलिस की मदद से कतरास के भगत मोहल्ले में देर रात छापेमारी कर ऋषिकेश देवडीकर उर्फ़ राजेश नामक शख्स को हिरासत में लिया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उसके कमरे की तलाशी ली। कमरे से सनातन धर्म की कुछ पुस्तकों समेत कई सामान भी जब्त किए है। ऋषिकेश महाराष्ट्र के औरंगाबाद का निवासी बताया जाता है। उसने अलग-अलग नाम से लोगों के बीच अपनी पहचान बनाई थी, ताकि पकड़ में नही आ सके। कतरास के पेट्रोल पंप जहां यह अपनी पहचान छिपाकर काम कर रहा था, कतरास स्थित खेमका पेट्रोल पंप प्रबंधक ने बताया कि बेरोजगारी और अपने को साधक बताकर वह नौकरी मांगने आया था। सात माह से उनके यहां वह केयरटेकर के रूप में नौकरी कर रहा था। उसे यहां अपना नाम राजेश बताया था।शुक्रवार को कर्णाटक से आई एसआईटी टीम ने गिरफ्तार देवडीकर उर्फ मुरली उर्फ राजेश को सीजेएम न्यायालय के आदेश पर ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ बेंगलूरु रवाना हो गई है। इससे पहले देवडीकर का टीम ने धनबाद के पीएमसीएच में मेडिकल जांच कराया, अपने साथ ले गई। बेंगलुरु की रहने वाली पत्रकार गौरी लंकेश एक सोशल एक्टिविस्ट भी थी। वह कन्नड़ साप्ताहिक अखबार ‘लंकेश पत्रिके’ की संपादक थी जिसे उनके पिता पी. लंकेश ने शुरू किया था। 1962 में जन्मी गौरी लंकेश ने अपने करियर की शुरुआत बेंगलुरु में ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ से की थी। कुछ समय के लिए वह दिल्ली आईं और फिर वापस बेंगलुरु लौट गईं, जहां ‘संडे’ मैग्जीन और ‘इनाडु’ के तेलुगू चैनल के साथ काम किया