आरएसएस ने किया शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन
विजयादशमी के दिन होगी शक्ति उपासना
दुमका। राष्ट्रीय स्वेयंसेवक संघ दुमका के स्वयंसेवको द्वारा शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन आरती वटिका में किया गया। जिसमें देवघर विभाग के विभाग कार्यवाह सुरेश का बौद्धिक हुआ। उन्होंने कहा कि हम विजयादशमी के दिन शक्ति की उपासना करते हैं। प्रभु श्रीराम ने लंका पर विजय पाने के लिए मां दुर्गा का आह्वान किया था। महिषासुर जैसे असुर को मारने के लिए मां दुर्गा का अवतार हुआ और सम्पूर्ण पृथ्वी पर शांति स्थापित हुआ। आज हम सभी को भारत को परम् वैभव तक ले जाने के लिए संगठित होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा इस देश के हिन्दू पर ही भारत का उत्थान और पतन निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि संघ के संस्थापक पूजनीय डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने हिन्दू समाज को संगठित करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना 1925 में विजयादशमी के दिन 5 तरुणों के साथ मिल कर किया था। आज पूरे भारत मे ये संगठन फैल चुका है और लगभग सभी क्षेत्र में स्वयंसेवक काम कर रहा है। उन्होंने झारखंड में बढ़ रहे मतांतरण पर भी चिंता जताई और कहा हमारे समाज के बीच से ही हमारे भाइयों को लालच ओर डरा कर धर्मांतरण करने का षडयंत्र विदेशी ईसाई मिशनरियों द्वारा किया जा रहा है। जो महा पाप है। सभी स्वयंसेवको को यह प्रेरणा भी दिए कि आपसी जात-पात, ऊंच-नीच का भेद को खत्म कर सम्पूर्ण हिन्दू समाज को एक होना पड़ेगा। इसी में भारत की भलाई है। उन्होंने बढ़ते जनसंख्या पर भी चिंता व्यक्त किया एवं लव जिहाद जैसे घृणित कार्य को लेकर अपने माताओ बहनो को सतर्क रहने के लिए भी स्वयंसेवको का मार्गदर्शन किया। धारा 370 को लेकर भी वर्तमान सरकार को बधाई दिया और कहा कि स्वयंसेवक राष्ट्रहित में काम करता है और करता रहेगा। उन्होंने डॉ हेडगेवार, गुरुजी औरर भारत माता के चित्र पर पुष्प चढ़ा कर शस्त्र पूजन की शुरुआत किया। फिर सभी स्वयंसेवको द्वारा शस्त्र पूजन किया गया। अंत मे प्रार्थना ओर प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम का समापन हुआ।